Monday, July 7, 2014

भक्ति गजल -13

निज चरण सेवामे टा आसक्ति दी मुरारी  
दासकेँ निर्मल आ निश्छल भक्ति दी मुरारी 

बस अहीँ टा साधना आ साधन हमर अहीँ टा 
हम रही सतपथ टा धेने शक्ति दी मुरारी 

दी उछन्नर हम ने ककरो दिक्क नै करै क्यौ 
संग सदिखन ऐ प्रवृत्तिक व्यक्ति दी मुरारी 

एक टा परमात्मा पर विस्वास आ भरोसा 
नित अपन चिंतनटामे अनुरक्ति दी मुरारी 

चाह नै किछुओ टा बस राजीव नाम गाबी 
भावकेँ अविरल सुदृढ अभिव्यक्ति दी मुरारी  

२१२ २२२२ २२१२ १२२ 
@ राजीव रंजन मिश्र 

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