Thursday, April 3, 2014

गजल-२१० 

चुनाव नै भेल खेल भ' गेल 
पसार कुर्सीक लेल भ' गेल 

अनेर लोकक तँ बात विचार 
प्रचार माध्यमसँ सेल भ' गेल 

पछात पुनि पाँच बरषक तँ जनि 
ई गाम सांसदकँ जेल भ' गेल 

सिनेह मोनक कि आब रहत ग'
जते हएबाक भेल भ' गेल 

सवाल राजीव एक हजार   
जवाब हँसिये कँ देल भ' गेल 

१२१ २२१ २११२१ 
@ राजीव रंजन मिश्र

* तेसर शेरमे "ई"केँ लघु मानबाक छूट लेल गेल अछि। 

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