Monday, April 15, 2013


मैथिली नब बर्षक आ जुर शीतलक हार्दिक शुभकामनाक संग:

गजल-50

नब साल सभक शुभ मंगलमय होइ
नित जोश भरल नब छंदक जय होइ

सभ संग चली सहियारल टा डेग
भरपूर नवल मधुगर किसलय होइ

अबधारि अपन राखब हम करनीकँ
बस ध्यान रहय सभ दोषक छय होइ

पाओल मनुख जौँ ठानल जखनेत'
दिन राति चलब ने हारक भय होइ

"राजीव" उठू हे मैथिल नर नारि
अछि चाह सगर बस मिथिलामय होइ

221 122 22221

@ राजीव रंजन मिश्र

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